सैनिक स्कूल के 60वीं वर्षगांठ समारोह पर मुख्यमंत्री योगी ने जनसभा को संबोधित किया उनके साथ राष्ट्रपति भी मौजूद थे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वर्षगांठ समारोह अवसर में कहा, कि प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है कि लखनऊ में कैप्टन मनोज कुमार पांडे सैनिक स्कूल अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के साथ अन्य संस्थानों के लिये उचित मानक स्थापित कर रहा है स्कूल के हीरक जयंती वर्ष के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री संपूर्णानंद ने साठ के दशक में सैनिक स्कूलों की आवश्यकता पर विचार किया था जो की उस वक़्त के हिसाब से उत्कृष्ट विचार था उन्होंने कहा, "इस स्कूल की स्थापना के ठीक दो वर्ष बाद, 1962 में चीन द्वारा भारत पर हमला किया गया था।यह संपूर्णानंद जी को दूरदर्शिता थी जिससे वह देश में सैनिक स्कूलों की आवश्यकता को समझ सकते थे," उन्होंने कहा कि भारत में उनकी इस दृष्टि के लिए संपूर्णानंद के लिए आभारी होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा, "यह उनकी दूरदर्शिता थी जिसके कारण सैनिक स्कूलों की स्थापना हुई, जो न केवल सेना के लिए, बल्कि प्रशासन, प्रबंधन और स्वास्थ्य में भी अनुशासित नागरिकों को तैयार करते हैं," उन्होंने कहा लखनऊ देश का पहला सैनिक स्कूल है, सीएम ने कहा, यह गर्व की बात है कि सरकार ने इस साल गोरखपुर में यूपी के पांचवें सैनिक स्कूल की नींव रखी। "शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं है। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति का समग्र विकास करना है, और यह इस स्कूल द्वारा अच्छी तरह से चित्रित किया गया है,उन्होंने यह भी कहा, “हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में लगातार काम कर रही है। 2018 में, हमने सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश देने का फैसला किया। 2017 में जब हम सत्ता में आए तो हमने कारगिल के नायक कैप्टन मनोज पांडे को स्कूल का नाम उनके नाम पर रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Posted On:Saturday, August 28, 2021